चंद्रभेदी प्राणायाम के लाभ : Chandra Bhedi Pranayama Benefits In Hindi

चंद्रभेदी प्राणायाम को ठंडक का प्रतिक माना जाता हैं. चंद्रभेदी प्राणायाम को ज्यादातर गर्मियों के मौसम में किया जाता हैं. चंद्रभेदी प्राणायाम के लाभ (Chandra Bhedi Pranayama Benefits In Hindi) अनत हैं, लेकिन इस प्राणायाम का सबसे बड़ा और अद्भुत लाभ आपके शरीर को ठंडक पोहचाना हैं.

ऐसा नहीं हैं, की चंद्रभेदी प्राणायाम को सिर्फ गर्मियों के मौसम में ही किया जाता हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि अगर आप चंद्रभेदी प्राणायाम को प्रतिदिन करते हो तो आपका मस्तिष्क शांत रहता हैं और आपका शरीर रिलेक्स रहता हैं।

चंद्रभेदी प्राणायाम के लाभ : Chandra Bhedi Pranayama Benefits In Hindi

• चंदभेदी प्राणायाम क्या हैं?

चंदभेदी प्राणायाम का अर्थ क्या हैं, चंद “चंद्रमा” भेदी “प्रवेश करना ” इन दोनो शब्दो से मिलकर बना हैं चंदभेदी प्राणायाम। हमारे नासिका की दो नाड़ी हैं, (१) सूर्य नाड़ी जिसको योग में पिंगला नाड़ी कहा जाता हैं। (२) चंद्र नाड़ी जिसे योग में इड़ा नाड़ी कहा जाता हैं।

जिन लोगो को कफ की समस्या और जल्द ही गले खराब होने की समस्या होती हैं उन्हें सूर्य नाड़ी को सक्रिय करना चाहिए और जिन लोगो को शरीर मे गर्मी अत्यधिक बठी हुएं हैं और उनको ठंडक की जरूरत हैं, उन्हें चंद नाड़ी को सक्रिय करना चाहिए।

चंद्रभेदी प्राणायाम के लाभ : Chandra Bhedi Pranayama Benefits In Hindi

• चंदभेदी प्राणायाम करने से पहले कुछ सावधानियां

  1. चंदभेदी प्राणायाम को ठंडी या ठंडक वाली जगह पर ना करें।
  2. चंदभेदी प्राणायाम गर्मी के मौसम में नियमित करना चाहिए।
  3. इस प्राणायाम को सुबह के पांच बजे से आठ बजे तक कर सकते हैं।
  4. इस प्राणायाम को शाम के छ बजे से सात बजे तक पंद्रह मिनिट कर सकते हैं।
  5. इस प्राणायाम को आंखे बंद करके अपने ध्यान को अपने सांस पे लगाकर करना चाहिए।
  6. गर्मियों के मौसम में इस प्राणायाम को सुबह, दोपहर, और शाम में करने से गर्मी से राहत मिलती हैं।
  7. लो बीपी ( LOW BP ) की समस्या वाले व्यक्त्ति को चंदभेदी प्राणायाम को नही करना चाहिए।
  8. हाई बीपी ( HIGH BP ) की समस्या वाले व्यक्त्ति को चंदभेदी प्राणायाम करना चाहिए, इससे बीपी कन्ट्रोल में रहती हैं।
  9. गलत तरीके से चंदभेदी प्राणायाम को नही करना चाहिए पहले चंदभेदी प्राणायाम के सही स्टेप को समझे फिर प्राणायाम को करें।
  10. जिन लोगो को सर्दी, जुकाम, कफ, गले में संक्रमण, टॉन्सिल संक्रमण, ब्रोंकाइटिस, दमा, सांस की बीमारी आदि जैसी समस्या हैं उन्हें चंदभेदी प्राणायाम को नही करना चाहिए।
  11. शुरुआत के २ महीने तक अपनी सांस को रोककर ना रखें। शुरुआत में केवल बाई नासिका की सहायता से सांस लें और दाई नासिका की सहायता से सांस छोड़े।

चंद्रभेदी प्राणायाम के लाभ : Chandra Bhedi Pranayama Benefits In Hindi

• चंदभेदी प्राणायाम के लिए सुझाव

  1. प्राणायाम के दौरान आपकी गर्दन सीधी होनी चाहिए।
  2. प्राणायाम करते वक्त आपकी नाक नाभि के सीध में होनी चाहिए।
  3. प्राणायाम करते वक्त कंधे और कोहनी एक सीध में रहना चाहिए।
  4. सांस लेकर चंद्रभेदी प्राणायाम को समाप्त करें।
  5. सांस को पहले निकालकर ही चंदभेदी प्राणायाम शुरु करें।
  6. सांस लेने और निकालने का वक्त एक समान होना चाहिए। ( कुम्भक के पहले )
  7.  प्राणायाम करने के दौरान सांस लेते और निकालते वक्त आवाज नही होनी चाहिए।
  8. सांस को पहले लेफ्ट नॉस्ट्रिल से लेंगे और राइट नॉस्ट्रिल से निकाल देंगे।
  9. प्राणायाम के समापन का सही तरीका लेफ्ट नॉस्ट्रिल से सांस को लेकर समाप्त करें।

• चंदभेदी प्राणायाम करने की विधि

  1. सबसे पहले किसी शांत और आरामदायक जगह को चुने।
  2. सुखासन में बैठ जाएं।
  3. बैठने के बाद अपनी गर्दन और कमर को सीधा रखे।
  4. बायें हाथ को बायें घुटने पर ज्ञानमुद्रा में रखें।
  5. दाएं हाथ से वायु मुद्रा बनाकर नासिका पर रखे।
  6. धीरे धीरे चंद्रनाड़ी से सांस को भरें।
  7. याद रखे सांस लेते वक्त काउंट करके सांस को अन्दर भरें।
  8. जैसी की १.२.३.४.। फिर चंदनाड़ी ( लेफ्ट ) को बंद करके सांस को सूर्यनाड़ी से बाहर निकाले।
  9. याद रखे आपने सांस भरते वक्त चार तक काउंट किया था तो सांस को बाहर निकालते वक्त आंठ को काउंट करना होगा।
  10. फिर हाथ को वापस लें लेना हैं, सुखासन की स्थिति में। इस तरीके से आपका एक चक्र पूरा होता हैं।
  11. इसको कम से कम पांच चक्र तक करें। दूसरे चक्र को कुम्भक के साथ करें। इस प्राणायाम को पंद्रह से बीस मिनिट तक कर सकते हैं।

चंद्रभेदी प्राणायाम के लाभ : Chandra Bhedi Pranayama Benefits In Hindi

• चंद्रभेदी प्राणायाम के लाभ (Chandra Bhedi Pranayama Benefits In Hindi)

  1. शरीर को ठंडक देता हैं।
  2. बुखार को दूर करने में सहायक।
  3. मन शांत और रिलेक्स करता हैं।
  4. पित के प्रवाह को कम करता हैं।
  5. हाई बीपी की समस्या में रामबाण।
  6. ज्वर मे उपयोगी चंदभेदी प्राणायाम।
  7. छाती के दर्द को कम करने में प्रभावी एसिडिटी की समस्या चुटकी में गायब।
  8. गर्मियों के मौसम में शीतलता का वरदान।
  9. पेट और गले की जलन को शांत रखने में असरदार।
  10. मुंह के छालो को दूर करने में आपकी मदद करता हैं।
  11. मानसिक बीमारियां और तनाव को कम करने में सफल।
  12. चंदभेदी प्राणायाम से मन स्थिर और तन स्वस्थ हो जाता हैं।

• चंदभेदी प्राणायाम करने के फायदे

  1. भय और दुर्बलता जैसे दोष दूर हो जाते हैं। मस्तिष्क की मांसपेशियों को शांति मिलती है।
  2. हाई बीपी के मरीज के लिए प्राणायाम बहुत अच्छा है।
  3. व्यक्ति को शांतिपूर्ण, मिलनसार और व्यावहारिक बनाता है।
  4. पित्त के रोग तथा गुर्दे के रोग दूर होते हैं।
  5. शरीर की झूठी गर्मी दूर होती है।
  6. यह प्राण को सुषुम्य नाड़ी तक ले जाकर कुंडली को जगाने में मदद करता है।

• आपके लिए कुछ विशेष : ज्यादा ठंड लगने पर करें ये आसन, दूर भागेगी ठंडी 

चंद्रभेदी प्राणायाम के लाभ : Chandra Bhedi Pranayama Benefits In Hindi

• Conclusion ( निष्कर्ष )

ध्यान दें कि योगासनों को सही ढंग से करने के लिए एक प्रशिक्षित योग गुरु के मार्गदर्शन में अभ्यास करना अच्छा होता है। योग आसनों को धीरे-धीरे सीखें और शरीर की सीमाओं के अनुसार समय बढ़ाते रहें। अपने स्वास्थ्य और शारीरिक समर्थ के अनुसार आसन करें और जब भी आवश्यक हो, उचित सलाह के लिए एक योग गुरु से परामर्श लें।

इस लेख में हमने आपको चंद्रभेदी प्राणायाम क्या हैं, चंद्रभेदी प्राणायाम करने की विधि, चंद्रभेदी प्राणायाम करने से पहले कुछ सावधानियां, चंद्रभेदी प्राणायाम के लाभ, चंद्रभेदी प्राणायाम के लिए सुझाव, चंद्रभेदी प्राणायाम करने के फायदे के बारे में सपूर्ण जानकारी दी हैं। आशा करता हूं आप चंद्रभेदी प्राणायाम के लाभ से जुड़ी सभी जानकारियों को अच्छी तरह समझ गए होगे।

हमारा उद्देश्य आपको स्वस्थ और तंदुरस्त रखना हैं। चंद्रभेदी प्राणायाम के लाभ से जुड़ी जानकारी आपको कैसी लगी हमे कॉमेंट बॉक्स के माध्यम से जरूर बताएं।

लेख को पूरा पढ़ने के लिए आपका दिल से धन्यवाद 🙏

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