मयूरासन करने की विधि और लाभ : Mayurasana Benefits In Hindi

मयूरासन (Mayurasana) एक अद्भुत योगासन है जो शरीर की मुद्राओं (postures) और प्राणायाम (breathing exercises) के माध्यम से शरीर को स्थिर, मजबूत और लचीला बनाने में मदद करता है। अगर आपने मयूरासन करने की विधि और लाभ (Mayurasana Benefits In Hindi) को सही तरीके से जान लिया तो इसके आपको बोहोत सारे बेनिफिट्स मिल सकते हैं.

“मयूर” संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ होता है “मोर” यानी (peacock)। इस आसन के दौरान शरीर के रुख और मुद्रा मोर के समान होते हैं, इसलिए इसे मयूरासन कहा जाता है।

• मयूरासन क्या हैं?

मयूरासन को बैठे हुए या खड़े होकर किया जा सकता है। इसके लिए, पहले हाथों की मुद्रा बनानी पड़ती है, जिसमें आप अपने हाथों को जमीन पर रखकर उच्चासन के समान रखते हैं। फिर धीरे-धीरे आपको पूंछ को जमीन पर लेटाना होता है, जबकि आपके हाथ अपने शरीर को समर्थित करते हैं। यह आपके शरीर को एक यात्रा के दौरान मोर की ओर धकेलता है। इस आसन के दौरान आपके नितंब ऊपर उठे होते हैं और आपके पेट की मांसपेशियाँ आंतरिक रूप से समतल होती हैं।

मयूरासन करने से शरीर के कई भागों को लाभ मिलते हैं, जैसे कि पेट की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है, पाचन तंत्र को सुधारता है, पेट और कमर के अंदरी अंगों को शक्ति प्रदान करता है, सांस और दिल की समस्याओं को नियंत्रित करता है, और आंतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

मयूरासन करने की विधि और लाभ :Mayurasana Benefits In Hindi

• मयूरासन का इतिहास

मयूरासन का इतिहास योग के प्राचीन ग्रंथों में प्रमाणित नहीं है, लेकिन इसे आधुनिक योग प्रणालियों में एक महत्वपूर्ण आसन के रूप में मान्यता प्राप्त है। मयूरासन को पतंजलि की “योग सूत्र” में उल्लेख नहीं किया गया है, जो लगभग 2000 वर्ष पहले लिखी गई थी।

हालांकि, मयूरासन का प्रारम्भिक उल्लेख महाभारत में मिलता है, जिसमें महायोगी द्रोणाचार्य द्वारा कर्ण को यह आसन सिखाया जाता है। इसके अलावा, योगिस्वर त्रेटाक ने भी अपने ग्रंथ “हठयोगप्रदीपिका” में मयूरासन के बारे में बताया है। यह ग्रंथ 15वीं शताब्दी में लिखा गया था और योग के विभिन्न आसनों को समर्पित है।

मयूरासन आधुनिक समय में योग शिक्षा के माध्यम से आम लोगों के बीच लोकप्रिय हुआ है। यह आसन शारीरिक और मानसिक लाभ प्रदान करने के लिए प्रशंसित होता है और ध्यान और संयम की अभ्यास को बढ़ावा देता है। मयूरासन को आजकल योग संस्थानों, योग विद्यालयों और योग शिविरों में शिक्षा दी जाती है और योगासन के प्रमुख रूप में मान्यता प्राप्त है।

मयूरासन करने की विधि और लाभ :Mayurasana Benefits In Hindi

• मयूरासन करने से पहले ध्यान रखने वाली बातें

  1. वार्तालाप: योगासन करने से पहले अपने मन को शांत करें और वार्तालाप से दूर रहें। योग का अभ्यास ध्यान और एकाग्रता के साथ किया जाता है, इसलिए अपने मन को साधना में स्थिर और शांत रखें।
  2. खान-पान: योगासन करने से पहले हल्का भोजन करें और उचित समय बाद योग करें। खाने के बाद कम से कम 2-3 घंटे का अंतराल रखें ताकि आपका पाचन तंत्र सक्रिय हो सके।
  3. स्थान चुनें: एक शांत और साफ जगह चुनें जहां आप अपने योगासन को आराम से कर सकें। एक योगमाट का उपयोग करें या किसी चटाई को बिछा दें।
  4. संयमित श्वास: योगासन के दौरान समय दें और ध्यान केंद्रित करें। गहरी और संयमित श्वास लें, जिससे आपका मन शांत हो सके।
  5. शरीर की गर्मी: सुनिश्चित करें कि आपका शरीर पहले से ही गर्म हो, क्योंकि वर्मिता के लिए योगासन आसानी से होते हैं। आप सामान्य योगाभ्यास से पहले योगिक विन्यासों को करके अपने शरीर को गर्म कर सकते हैं।
  6. शरीर के ठंडे हिस्सों की मालिश: मयूरासन के दौरान आपकी ऊभी पेट और हाथ की हड्डियों को स्थिर रखना महत्वपूर्ण है। इसके लिए आप उन इलाकों की आलसी मालिश कर सकते हैं जहां आपको ठंड या अनुभूत होती है।
  7. नियमित अभ्यास: मयूरासन को नियमित रूप से अभ्यास करना फायदेमंद होता है। शुरुआत में योग गाइड के निर्देशों का पालन करें और समय-समय पर अपने प्रयासों को बढ़ाते जाएं।
  8. शारीरिक सीमाओं को ध्यान में रखें: अपने शरीर की सीमाओं को स्पष्ट रूप से समझें और अपनी निकटता को अनुकरण करें। अत्यधिक तनाव और अनुचित प्रयास से बचें। आपकी सीमाओं के अनुसार अपने योगासन को समायोजित करें।
  9. सुविधा के लिए सहारा लें: शुरुआत में, आप अपने योगासन को करते समय सहारा लेने के लिए एक तकिया या योग ब्लॉक का उपयोग कर सकते हैं। यह आपको स्थिरता और सहायता प्रदान करेगा जब आप योगासन को करने की कोशिश करेंगे।
  10. सुखाधिकारी होने का ध्यान रखें: मयूरासन को करते समय, ध्यान रखें कि आपके हाथों के शिरों और उभरने वाले पेट को कंधों पर सुखाधिकारी होना चाहिए। जब आप अपने पेट को कंधों पर रखते हैं, तो यह आपको अधिक स्थिरता प्रदान करेगा।
  11. नियमित और सही श्वास लें: मयूरासन के दौरान, अपने श्वास को स्थिर और संयमित रखें। गहरी और नियमित श्वास लेने के लिए ध्यान केंद्रित करें और अपनी साँस को स्वतंत्र रूप से बहने दें।
  12. शारीरिक चोटों से बचें: जब आप मयूरासन कर रहे हों, तो सुनिश्चित करें कि आप आसानी से शारीरिक चोटों से बच रहे हैं। अपने शरीर को जोरदार टेंशन न दें और दबाव न होने दें।

• मयूरासन करने की विधि और लाभ को जानने से पहले करें ये आसन

  1. भुजंगासन (सर्पासन, कोबरा पोज़): यह आसन पीठ की मजबूती को बढ़ाता है और कंधों, बाहों और पेट के मांसपेशियों को खोलता है।
  2. गोमुखासन: यह आसन कंधों, हाथों, बाहों और पीठ की मजबूती को बढ़ाता है। यह मयूरासन के लिए उपयुक्त शोधन और तैयारी का कार्य कर सकता है।
  3. मरजरियासन (कैट पोज़): यह आसन पीठ की संचालनीयता को बढ़ाता है और स्पाइनल कोलम को संयमित रूप से संतुलित करता है। यह आसन शरीर को तैयार करने में मदद कर सकता है और मयूरासन के लिए शक्ति और सुचारू रूप से स्थिरता प्रदान कर सकता है।

• मयूरासन करने की विधि और लाभ : Mayurasana Benefits In Hindi

– विधि :

मयूरासन करने की विधि और लाभ :Mayurasana Benefits In Hindi

  1. सबसे पहले एक योगमाट या किसी चटाई पर बैठें। अपने घुटनों को बाहर की ओर फैलाएँ और अपने पैरों को आपस में मिलाएँ।
  2. अपने हाथों को अपने बीच में सड़ें और उन्हें आपके शरीर के पीठ से कुछ दूरी पर रखें। आपकी उँगलियां आपके शरीर की ओर दिखनी चाहिए।
  3. धीरे-धीरे अपने आसन को बढ़ाते हुए, अपने घुटनों को अपने कंधों पर रखें। यदि यह आपके लिए आसान नहीं है, तो आप पहले सिर्फ अपने टोंटों को ऊपर उठाने की कोशिश कर सकते हैं।
  4. अब आपको आपके हाथों को आपकी जगह से हटाने की कोशिश करनी चाहिए और आपको आपके शरीर का वजन अपने हाथों पर रखना चाहिए।
  5. अब धीरे-धीरे अपने पैरों को ऊपर उठाते हुए, अपने पेट को आस्तीनों पर रखें। इस दौरान आपकी देह सीधी होनी चाहिए, और आपके सिर को धरती की ओर देखना चाहिए।
  6. जितनी संभव हो सके लंबाई को बनाए रखें, अपनी ध्यान केंद्रित करें, और नियमित दीर्घ श्वास लें।
  7. ध्यान रखें कि आपकी घुटनों और गर्दन को दबाव न हो, और ध्यान दें कि आपकी साँस सक्रिय और स्वतंत्र रूप से बह रही हो।

यदि आप पहली बार मयूरासन कर रहे हैं, तो आप इसे धीरे-धीरे और सावधानीपूर्वक करने का प्रयास करें। योग को अच्छी तरह से सीखने के लिए एक प्रशिक्षक या गाइड के मार्गदर्शन में अभ्यास करना बेहतर हो सकता है।

– लाभ :

मयूरासन करने की विधि और लाभ :Mayurasana Benefits In Hindi

  1. कोर मजबूती: मयूरासन कोर मजबूती को विकसित करने में मदद करता है। यह आपके पेट, पीठ, नितंब और पीठ की मांसपेशियों को स्थायी रूप से मजबूत बनाता है।
  2. पाचन तंत्र को सुधार: मयूरासन पाचन तंत्र को सक्रिय करके अच्छी पाचन क्रिया को प्रोत्साहित करता है। यह आपकी पाचन शक्ति को बढ़ाता है और अपच के संकेतों को कम करने में मदद करता है।
  3. इंटरनल क्लींजिंग: मयूरासन आंत्रिक अंगों को स्वच्छ रखने में मदद करता है। यह पेट की जलन, कब्ज़, और अन्य पाचन समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है।
  4. स्थैर्य और लचीलापन: मयूरासन आपके शरीर को स्थिरता और लचीलापन का अनुभव कराता है. यह आपके नितंबों को मजबूत बनाता है और स्पाइनल कॉलम को शक्ति और सुधारता प्रदान करता है।
  5. मानसिक लाभ: मयूरासन के अभ्यास से मानसिक स्थिरता, ध्यान और चित्त की शांति मिलती है। यह तनाव को कम करने, मन को शांत करने और मनोवृत्तियों को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
  6. प्राणायाम: मयूरासन के दौरान उच्चासन की मुद्रा द्वारा प्राणायाम करना बहुत लाभकारी होता है। यह श्वास नालियों को साफ करता है, प्राण की प्रवाह को बढ़ाता है, और श्वास नियंत्रण को सुधारता है।

यदि आप मयूरासन का अभ्यास करना चाहते हैं, तो आपको सही ढंग से इसे करने के लिए एक योग गुरु या योग प्रशिक्षक की निगरानी में अभ्यास करना चाहिए। योग आसनों को सही तरीके से करने के लिए सुरक्षा और लाभ की गारंटी के लिए उनकी मार्गदर्शन का आवश्यकता होती है।

• मयूरासन करने की विधि और लाभ को जानने के बाद ये आसन करें

  1. शवासन (सवासन, डेड मैन पोज़): यह आसन शरीर को विश्राम और पुनर्स्थापित करता है। इसके माध्यम से शरीर और मन को धीरज और शांति मिलती है और पहले आसन के परिणामों को शांत करता है।
  2. पश्चिमोत्तानासन (फ़ोरवर्ड बेंड): यह आसन पीठ, कमर, हिप्स और पीठ की मजबूती को बढ़ाता है। यह स्थानिकता और शांति प्रदान करता है और शरीर को शांत करता हैं।
  3. विपरीतकरण आसन (शीर्षासन, सर्वांगासन): यह आसन शरीर को शांति, मन को ताजगी और उत्तेजना प्रदान करता है। इसके माध्यम से आप अपने शरीर को विश्राम और पुनर्स्थापित कर सकते हैं और मयूरासन की प्रभावशीलता को शांत कर सकते हैं।

• महिलाओं के लिए क्यों जरूरी मयूरासन

मयूरासन करने की विधि और लाभ :Mayurasana Benefits In Hindi

  1. पेट संबंधित समस्याओं का उपचार: मयूरासन पेट संबंधित समस्याओं को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। यह पेट में अच्छी रक्त संचार प्रोत्साहित करके पाचन को सुधारता है और अपच और कब्ज़ से राहत दिलाता है।
  2. पीरियड्स के दर्द को कम करने में सहायक: मयूरासन मासिक धर्म के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। यह पेट के कसाव को कम करता है और प्रवाह को सुचारू रूप से संचालित करता है।
  3. कोर संक्रमण को नियंत्रित करना: मयूरासन कोर संक्रमण को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। यह पेट क्षेत्र में स्थिरता और सजगता लाता है और पेट के अंदरी अंगों की मजबूती को बढ़ाता है।
  4. स्ट्रेस और चिंता को कम करना: मयूरासन शरीर के श्वास-प्रश्वास प्रणाली को शांत करके मानसिक चिंता और तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। यह मन को शांत करता है और ध्यान केंद्रित करने में सहायता प्रदान करता है।
  5. कमर और पीठ की मजबूती: मयूरासन कमर और पीठ की मजबूती को बढ़ाने में मदद कर सकता है। यह पीठ के मांसपेशियों को ताकत देता है और सही बैठने और खड़े होने की प्रणाली को संतुलित करता है।

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मयूरासन करने की विधि और लाभ :Mayurasana Benefits In Hindi

• Conclusion ( निष्कर्ष )

योग का अभ्यास हमेशा किसी योग के जानकार या एक्सपर्ट की सलाह के मुताबिक ही करना चाहिए। जिन लोगो को सांस की समस्या हैं, आंत की समस्या हैं, फेफड़ों की समस्या हैं, हार्ट की समस्या हैं उन लोगो को योग के विशेषज्ञ की सलाह लेकर उनकी निगरानी में ही मयूरासन को करना चाहिए।

जिन लोगो के पेट का ऑपरेशन हुआ हैं। उन लोगो को मयूरासन नही करना चाहिए। हाई बीपी और लो बीपी वाले लोगो को मयूरासन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। जिन लोगो को पेट के आंत में किसी प्रकार का गांव हो और अल्सर हो उन लोगो को मयूरासन को नही करना चाहिए।खासकर बुजुर्ग लोग इस आसन को ना करें।

इस लेख में हमने आपको मयूरासन करने की विधि और लाभ (Mayurasana Benefits In Hindi) के बारे में सपूर्ण जानकारी दी हैं। आशा करता हूं आप मयूरासन करने की विधि और लाभ (Mayurasana Benefits In Hindi) से जुड़ी सभी जानकारियों को अच्छी तरह समझ गए होगे।

हमारा उद्देश्य आपको स्वस्थ और तंदुरस्त रखना हैं। मयूरासन करने की विधि और लाभ (Mayurasana Benefits In Hindi) से जुड़ी जानकारी आपको कैसी लगी हमे कॉमेंट बॉक्स के माध्यम से जरूर बताएं।

लेख को पूरा पढ़ने के लिए आपका दिल से धन्यवाद 🙏

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