ओवरथिंकिंग के लक्षण : Overthinking Symptoms In Hindi

ओवरथिंकिंग एक मानसिक समस्या हैं जो कभी ना कभी हम सभी को होती रहती हैं ओवरथिंकिंग की समस्या आपको मानसिक रूप से बीमार कर सकती हैं। ओवरथिंकिंग की वजह से व्यक्ति ज्यादा सोचने लगता हैं। अगर आप ओवरथिंकिंग से बचना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको ये जानना पड़ेगा की ओवरथिंकिंग के लक्षण क्या हैं (Overthinking Symptoms In Hindi) और किन लक्षणों की वजह से आप ओवरथिंकिंग के शिकार होते हैं। तो चलिए जानते हैं आगे इस लेख में …….

ओवरथिंकिंग के लक्षण : Overthinking Symptoms In Hindi

• ओवरथिंकिंग क्या हैं?

ओवरथिंकिंग दो शब्दों से मिलकर बना हुआ शब्द हैं जेसे की ओवर मतलब ज्यादा और थिंकिंग मतलब सोचना। ओवरथिंकिंग को Generalized Anxiety Disorder
के नाम से भी जाना जाता हैं। एक्सपर्टों के मुताबिक लगभग 73% इंडियन युवा ओवरथिंकिंग के शिकार हैं। हम सभी के साथ कई बार ऐशा होता हैं की एक या दो घंटे तक एक ही जगह पर बैठकर बोहोत सारे विचार करना और उससे लेकर ज्यादा परेशान रहना।

ओवरथिंकिंग आपके दिमाग की रचनात्मक को कम कर देता हैं। हमारे जीवन में कभी ना कभी कई बार ऐसी घटनाओं का अनुभव होता हैं, जो हमारे लिए तनाव और चिंता का कारण बनता हैं। लेकिन कुछ लोग घटना से जुड़े विचार को अपने दिमाग में से निकालने में असमर्थ रहते हैं।

ओवरथिंकिंग करने वाले व्यक्ति छोटी छोटी बात को लेकर सोचता रहता हैं की दूसरे लोग उनके बारे में क्या सोचते हैं, और खुद में बारे में कही गई कोई नेगेटिव बात उनके दिमाग में लगातार घूमती रहती हैं। ऐसे लोग अपने संबंधों में कड़े फैसले की वजह से गंभीर समस्या उत्पन कर सकते हैं।

• ओवरथिंकिंग के प्रकार

1) पॉजिटिव ओवरथिंकिंग

ओवरथिंकिंग के लक्षण : Overthinking Symptoms In Hindi

कोई व्यक्ति ओवरथिंकिंग को पॉजिटिव थॉट से सोचता है तो ये उसके लिए अच्छा हैं मतलब की कई बार ऐसे अवसर आते हैं जिस टॉपिक पर आप जरूरत से ज्यादा सोचते हैं। दुसरो की सलाह भी लेते हैं। खुद भी सोचते हैं। और उन पर अमल करते हैं। इससे आपको कोई समस्या नहीं होती और आप इसमें कितना समय लगाते हैं, उसके बारे में भी आप नही सोचते हैं, क्योंकि इससे आपके जीवन वैल्यू एडिशन होता हैं। इसे भी ओवरथिंकिंग ही कहा जाता हैं मगर हम इसको प्लानिंग का नाम देते हैं।

2) नेगेटिव ओवरथिंकिंग

ओवरथिंकिंग के लक्षण : Overthinking Symptoms In Hindi

कोई व्यक्ति ओवरथिंकिंग को नेगेटिव थॉट से सोचता हैं तो यह उसके लिए बोहोत ही हानिकारक होता हैं, क्योंकि आप किसी भी बात को लेकर मन ही मन बोहोत सारे नेगेटिव सवालों को पैदा कर देते हैं और आप इस तरह ओवरथिंकिंग के जाल में फंस जाते हैं।

ओवरथिंकिंग की समस्या आपको क्यू मेहसूस होती हैं, क्योंकि आपका दिमाग समान विचारो को आकर्षित करता हैं। अगर आप की पहली थॉट ही नेगेटिव हैं तो आप के मन में जो दूसरी थॉट आयेगी वो भी नेगेटिव ही आयेगी। आप अगर अपनी पहली थॉट को चेक कर लेंगे तो आप ओवरथिंकिंग की समस्या से बच सकते हैं। इसलिए बेहतर होगा की आप किसी बात या किसी काम को लेकर पहली थॉट हमेशा पॉजिटिव रखे।

Ex – आपको एक जॉब इंटरव्यू के लिए जाना हैं। और आपने जेसे जॉब एडवाइजमेंट को देखा और आपकी पहली थॉट ये आईं की wow कितनी अच्छी ऑपर्च्युनिटी हैं। मेरा सिलेक्शन इसमें हो जायेगा। तो आपको दूसरी थॉट भी पॉजिटिव ही आएगी। लेकिन वही एडवाइजमेंट को देखकर पहली थॉट आपके मन में ये आई की इतनी कम वेकैंसी हैं, कितने लोग इसमें अप्लाई करेंगे मेरा होगा की नही होगा। तो आपकी दूसरी थॉट भी नेगेटिव ही आयेगी और आप कभी एक्शन नहीं ले पाएंगे।

• ओवरथिंकिंग के लक्षण (Overthinking Symptoms In Hindi)

1) भविष्य की चिंता

ओवरथिंकिंग के लक्षण : Overthinking Symptoms In Hindi

भविष्य की चिंता व्यक्ति के मन को घेरती हुई एक अनिश्चितता भरी स्थिति है। इस स्थिति में, व्यक्ति निरंतर सोचता रहता है, जिससे उसका मन विचारों के भयावह गहराई में उलझ जाता है। इस संदेह की भावना के चलते उसे अपने कार्यों में निश्चय करने में दिक्कत हो सकती है। यह स्थिति उसका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य प्रभावित करती है, जिससे उसे अधिक चिंतित और तनावग्रस्त रहने का मन हो सकता है।

इससे नींद की समस्या हो सकती है और उसे सामाजिक अलगाव की भावना भी हो सकती है। इस स्थिति में उसमें आत्मविश्वास की कमी हो सकती है और उसे कठिनाइयों का सामना करने में कमजोरी महसूस हो सकती है। इसलिए, भविष्य की चिंता से बचने के लिए व्यक्ति को सकारात्मक सोचने और अपने आत्मविश्वास को मजबूत करने का प्रयास करना चाहिए। ओवरथिंकिंग के लक्षण में सबसे आम लक्षण हैं.

2) अपने करियर के बारे में ज्यादा सोचना

ओवरथिंकिंग के लक्षण : Overthinking Symptoms In Hindi

एक व्यक्ति अपने करियर के बारे में ज्यादा सोचता है, तो उसका मन लगातार करियर संबंधी सोचों में उलझा रहता है। वह निरंतर भविष्य की चिंता करता है, अपने करियर के लक्ष्यों को लेकर संदेह में पड़ जाता है, और समय-समय पर खुद को असमंजस में पाता है।

यह लक्षण ओवरथिंकिंग की एक आम समस्या है जो कई लोगों को प्रभावित कर सकती है। इसके कारण व्यक्ति खुद को कामयाबी से दूर महसूस करता है, निराश हो जाता है, और अपने कारियर में सकारात्मकता की कमी महसूस करता है। इससे उसके विचारों में उलझन हो सकती है, और वह अपने कारियर के लिए उचित निर्णय लेने में संकोच कर सकता है।

अगर आप अपने करियर के बारे में ज्यादा सोचते हैं और इससे प्रभावित हो रहे हैं, तो आपको सकारात्मक सोचने और सतर्कता बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए। आपको अपने करियर के लक्ष्यों को स्पष्ट करने, उन्हें प्राप्त करने के लिए एक योजना बनाने, और अपने योग्यताओं पर विश्वास करने में मदद मिलेगी।

साथ ही, ध्यान देने वाले दोस्तों और परिवार के साथ अपनी चिंता और भावनाएं साझा करने से भी आपको सहायता मिलेगी। यदि आवश्यकता हो तो आप पेशेवर सहायता भी ले सकते हैं जो आपको सही मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान करेगी। ओवरथिंकिंग के लक्षण में ये लक्षण सबको प्रभावी करता हैं.

3) सबंधों में कमी

ओवरथिंकिंग के लक्षण : Overthinking Symptoms In Hindi

ओवरथिंकिंग एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति अपने मन में चिंताओं और संदेहों के साथ उलझा रहता है। इसके कारण, उसे संबंधों में कमी का अहसास हो सकता है। वह अपने परिवार और मित्रों के साथ समय बिताने में इच्छुक नहीं रहता है। उसे खुद को अकेलापन महसूस हो सकता है और अपने साथीदारों से अलग होने की भावना आ सकती है।

ओवरथिंकिंग के कारण, व्यक्ति अपने मन में नकारात्मक विचारों के शिकार हो जाता है, जिससे उसे अपने परिवार और मित्रों के साथ समय बिताने में आकर्षित नहीं होने की भावना होती है। उसका मन अपनी चिंताओं में इतना डूबा रहता है कि वह अपने पासबान्द संबंधों को भूल जाता है और अकेलापन के साथ अपने आप को छोड़ देता है। उसे अपने साथीदारों से अलग होने की भावना हो सकती है क्योंकि उसे अपने चिंताओं को समझने के लिए अपने संबंधों के साथ समय नहीं बिताने का वक्त नहीं होता है।

4) शारीरिक लक्षण

ओवरथिंकिंग के कारण, व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य पर भी विभिन्न प्रकार के प्रभाव पड़ सकते हैं। शारीरिक रूप से उसका तनाव बढ़ सकता है, जिससे उसे अचानक थकान का अनुभव हो सकता है। उसका मन निरंतर विचारों में उलझा रहता है, जो उसके शारीरिक संतुलन को प्रभावित कर सकता है।

ओवरथिंकिंग के कारण, व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य पर अवसाद का असर भी हो सकता है। वह खुद को निराश महसूस कर सकता है और उसका आत्मविश्वास कम हो सकता है। इससे उसके शारीरिक रूप से भी प्रभावित हो सकता है, जिससे उसे थकान, तनाव, और सिरदर्द की समस्या हो सकती है।

ओवरथिंकिंग के लक्षण : Overthinking Symptoms In Hindi

5) अन्य लक्षणों

  • निरंतर चिंता करना।
  • अपने संबंधों में कमी का अहसास होना।
  • अपने कार्यों में निश्चय करने में दिक्कत होना।
  • निराशा की भावना होना और अपने आप को कामयाब नहीं मानना।
  • खुद से नाराज रहना और अपनी गलतियों को बढ़ा लेना।
  • सोशल अलगाव की भावना होना और दोस्तों से दूर रहना।
  • नींद की समस्या होना और रात को भी विचारों में डूबा रहना।
  • शारीरिक लक्षणों में थकान, तनाव, और सिरदर्द होना।
  • निरंतर सोचना और विचारों में उलझना।
  • अपने विचारों में अनिश्चितता होना।
  • आत्मविश्वास की कमी होना और अपनी प्रतिभा पर विश्वास न कर पाना।
  • कठिनाइयों का सामना करने में कमजोरी होना।
  • अपने दिमाग को विचारों की गहराई में खो जाना और असमंजस में पड़ जाना।
  • संबंधों में अकेलापन का महसूस करना और अपने साथीदारों से अलग होने की भावना रखना

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ओवरथिंकिंग के लक्षण : Overthinking Symptoms In Hindi

• Conclusion ( निष्कर्ष )

ओवरथिंकिंग एक आम सभी को होने वाली समस्या हैं। अगर आपको लगता हैं कि आप ओवरथिंकिंग से होकर डिप्रेशन की और जा रहे हैं तो आपको किसी अच्छे डॉक्टर – Psychologist की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।

इस लेख में हमने आपको ओवरथिंकिंग के लक्षण के बारे में सपूर्ण जानकारी दी हैं। आशा करता हूं आप ओवरथिंकिंग के लक्षण से जुड़ी सभी जानकारियों को अच्छी तरह समझ गए होगे।

हमारा उद्देश्य आपको स्वस्थ और तंदुरस्त रखना हैं। ओवरथिंकिंग के लक्षण से जुड़ी जानकारी आपको कैसी लगी हमे कॉमेंट बॉक्स के माध्यम से जरूर बताएं।

लेख को पूरा पढ़ने के लिए आपका दिल से धन्यवाद 🙏 

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