अनुलोम विलोम प्राणायाम के चमत्कार आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है. 1 बार इस प्राणायाम को जरूर करे. ताकि आप इस चमत्कार को पा सके.

अनुलोम विलोम प्राणायाम को सभी प्राणायामो से बेहतर माना गया हैं. अनुलोम प्राणायाम को करने से आपको इतने फायदे मिलते है, जिसकी कभी आपने कल्पना भी नहीं की होगी.

अनुलोम विलोम के चमत्कार

सबसे पहले सिद्धासन में बैठ जाएं. बाएं घुटने पर बाई हथेली को ज्ञान मुद्रा बनाकर रखे.

फिर बची हुई सांस को बाहर निकाल दें, और बाई नासिका की मदद से सांस भरना शुरू करें. सांस भरते हुए छाती और पेट को फुलाएं

बाई नासिका की सहायता से सांस लेने के बाद अनामिका से बाई बंद कर लें और दाई नासिका के ऊपर रखा हुआ अंगूठा हटा दें, फिर पूरी सांस को बाहर निकाल दें.

सांस छोड़ते हुएं पहले छाती से सांस बाहर आयेगी. इसी तरह दाई नासिका से सांस भरे और बाई नासिका से सांस निकाल दें.

सांस छोड़ते वक्त दाई नासिका को अंगूठे से बंद रखेगे. इसी तरह अनुलोम विलोम का पहला चक्र पूरा होता हैं.

आप पंद्रह मिनिट तक इस प्राणायाम को कर सकते हैं। और प्रतिदिन दस से पंद्रह मिनिट इस प्राणायाम को करना चाहिए.

एक्सपर्ट की राय

अनुलोम विलोम प्राणायाम को सही तरीके से करना बोहोत जरुरी है. नहीं तो आपको इसके नुकशान हो सकते है

जानिए अनुलोम विलोम प्राणायाम करने की विधि. स्वस्थ और तंदुरस्त रहने के लिए perfecthealthline की टिप्सों को फॉलो करें.